पिछले वर्ष जब लगभग इसी समय, गुजर रहे वर्ष का लेखा - जोखा संकलित कर रहा था, तब जहाँ एक ओर एक अधूरे सपने के साथ बनारस को छोडने की कसक थी, तो वहीँ दूसरी ओर देश के एक सुदूरतम प्रदेश से जीवन के एक नए सफर की शुरुआत की एक उम्मीद भी.
गुजरा वर्ष कई नए अनुभवों और उपलब्धियों का वर्ष रहा. कैरियर की दृष्टि से जहाँ काफी कुछ सीखने को मिला; वहीँ विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोच और काम के प्रति समर्पण ने नई जिम्मेदारियां और उन्हें संभालने का आत्मविश्वास भी दिया.
एक तरह से खुद को नए परिवेश के प्रति समर्पित ही कर दिया था,, मगर बुझते दीपक की तरह एक अंतिम कोशिश की लपट कहीं बाकि थी. और अंततः इस देश के बहुसंख्यक युवाओं की सबसे बड़ी आकांक्षा - 'सरकारी सेवा में आना ' - यह स्वप्न भी पूरा हुआ; और वर्षों से बंद इस दरवाजे को आखिर अंतिम धक्के में खोल पाने (या यूँ कहें कि तोड़ पाने) * में सफल रहा. और अब लगभग एक वर्ष अधिक के नेटवर्क जोन से वनवास के बाद देश और नेटवर्क जोन की राजधानी दिल्ली आखिरकार दूर नहीं रह गई.
रचनात्मक जगत से अवान्क्षनीय दूरी के बावजूद आंशिक रूप से ब्लौगिंग भी जारी रही, जिसे मेरी विवशताओं को समझते हुए ब्लॉग परिवार का प्रोत्साहन भी मिलता रहा.
पत्रिका 'विज्ञान प्रगति ' और विज्ञान वेबसाईट 'कल्किओं' पर विज्ञान कथाएँ भी प्रकाशित हुईं.
इनके अलावे प्रत्यक्ष संपर्क में न रह पाने पर भी कुछ आभासी तो कुछ साभासी मित्रों से इस वनवास ने घनिष्ठता को और प्रगाढ़ ही किया. दोस्तों की पहचान रोज चाय या फ़ोन पर लंबी और अनर्थक बातों से ही नहीं होती, बल्कि ख़ामोशी भी दोस्तों के बीच भाषा सी ही काम कराती है.
"एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों,
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों."
बीता वर्ष यह सिखाता हुआ गया कि वाकई जीवन चलने का नाम है, पीछे मुड़-मुड़ कर देखते रहने का नहीं; और यह भी कि "सच्चे दिल से किसी को चाहो तो सारी कायनात उसे तुमसे मिलाने कि कोशिश में लग जाती है....."
नए शहर में नई जिम्मेदारियों को निभाता हुआ, ब्लॉग जगत से भी पुनः सक्रिय रूप से जुड़ने का नए वर्ष में प्रयास रहेगा, जिसमें आशा है सभी ब्लौगर्स का अपेक्षित सहयोग मिलेगा.
नववर्ष और नवदशक भी आप सभी के लिए खुशियाँ लाये; शुभकामनाएं.....
2 comments:
Lotus temple ki pic ne mujhe meri delhi yatra ki yaad dila di...
well aap apne pryaas mai safal hoinge...
Happy new Year...
बहुत सुंदर यात्रा विवरण, हम दिल्ली मे ही जाते हे लेकिन आप की नजर से कभी इस दिल्ली को नही देखा, बहुत सुंदर चित्र. धन्यवाद
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