यूरोपीय चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा गोल करने का रिकॉर्ड बनाने वाले क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने एक सांकेतिक इशारे मात्र से कोका कोला को लगभग 4 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा दिया।
यूरो कप में सोमवार को पुर्तगाल और हंगरी के मैच से पूर्व संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के लिए रोनाल्डो आए। उनके सामने कोका-कोला की दो बोतलें रखी हुईं थीं। सवाल-जवाब का दौर शुरू होता इससे पहले ही रोनाल्डो ने कोका-कोला की दोनों बोतलों को हटाकर दूसरी ओर रख दिया। यही नहीं, उन्होंने मेज पर रखी पानी की बोतल को उठाकर दिखाया। उनके इस इशारे का मतलब था कि सॉफ्ट ड्रिंक की जगह पानी का इस्तेमाल करो। यहाँ यह भी गौरतलब है कि कोका- कोला यूरो कप के प्रायोजकों में भी शामिल है।
एक बड़े सितारे के एक छोटे से इशारे का असर यह हुआ कि यह शेयर बाजार में कंपनी के लिए 1.6% की भारी गिरावट का कारण बन गया। आर्थिक दृष्टि से, कोका-कोला के शेयर्स की कीमत 242 अरब डॉलर से घटकर 238 अरब डॉलर हो गई। यानी कंपनी को 4 अरब डॉलर (करीब 29 हजार 333 करोड़ रुपए) का घाटा हुआ।
रोनाल्डो ने एक बार कहा था, ‘मैं अपने बेटे को लेकर बहुत सख्त हूं। कभी-कभी वह कोक और फैंटा पीता है। वह चिप्स खाता है। वह जानता है कि मुझे यह पसंद नहीं है।’
यह प्रकरण रोनाल्डो या किसी भी देश की आंतरिक, आर्थिक, राजनीतिक आदि कारण से प्रभावित हो सकता है। कल को कोई दूसरा तर्क भी आ जायेगा।
पर इस कोरोना काल में हमने देखा है कि बहुप्रचारित और मल्टीनेशनल खान-पान की चीजें हमारे कितने काम आई हैं और इन्होंने हमारे शरीर पर क्या असर डाला है, चाहे इसके प्रचारक तथाकथित देवी-देवता या 'भगवान' ही रहे हों...
गर्मी के दिन हैं। गले को ठंडा करने की जरूरत महसूस होती ही है। मगर वास्तव में ठंडा मतलब क्या होना चाहिए? यहां तो हम 'लोकल पर वोकल' हो सकते हैं। हमारे फलों के जूस, सत्तू और बेल के शर्बत जैसे विकल्प पौष्टिक भी होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सहयोग देने वाले भी। सिर्फ व्हाट्सएप फॉरवर्ड ही नहीं, ऐसी छोटी-छोटी पहलें भी हमें एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में प्रदर्शित कर सकती हैं...
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