Wednesday, June 3, 2009

झाड़खंड का लाल

संजीत महतो
'गुदडी का लाल' - यही शब्द किसी के भी मुंह से निकलेगा, जब वो संजीत कुमार के बारे में सुनेगा। झाड़खंड एकेडमिक काउंसिल की 12 वीं की परीक्षा में कला वर्ग में पूरे राज्य में टौपर रहे - संजीत महतो। जिन विपरीत परिस्थितियों में इन्होने सफलता प्राप्त की वह इसी शेर को दोहराने पर विवश करता है कि - "कौन कहता है आसमान में सुराख़ हो नहीं सकता,
एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों। "
संजीत के पिता किसान हैं, जो किसी तरह अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह कर पा रहे हैं। इन्ही परिस्थितियों में संजीत ने अपने गाँव से ही 10 वीं की पढाई पूरी की. आगे की शिक्षा की वहां व्यवस्था न होने के कारण उसने 2007 में रांची के रविन्द्रनाथ टैगोर इंटर कॉलेज में दाखिला लिया. यहाँ उसने चुटिया नामक स्थान पर एक लौज में रहने की व्यवस्था की. खाने-पीने की व्यवस्था के लिए लौज में रहने वाले 15 दोस्तों के लिए सुबह - शाम खाना बनता और खुद भी खाता. साथ-साथ पढाई के प्रति उसकी लगन और समर्पण ने उसे आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया है.
जाहिर है आगे उसकी तमन्ना उच्च और गुणवत्तायुक्त शिक्षा पाने की होगी, मगर उसकी गरीबी फिर कहीं उसके आड़े न आ जाये ! ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों के हित का दावा करने वाली सरकारी-गैरसरकारी घोषणाओं का कर्मकांड अभी शेष है, मगर आवश्यक है कि इनपर ईमानदारी से अमल भी हो।
ऐसे गुदडी के लालों की चर्चा गाहे-बगाहे होती रहती है मगर उचित कार्यनीति के अभाव में ये कहीं गुमनामी में खो जाते भी देखे गए हैं। सुजीत और ऐसी ही अन्य प्रतिभाओं के साथ ऐसा न हो हमारी तो यही कामना रहेगी। सुजीत और ऐसे सभी प्रतिभाशाली छात्रों को उनके उज्ज्व्वल भविष्य की शुभकामनाएं.
तस्वीर- साभार दैनिक जागरण





14 comments:

दिनेशराय द्विवेदी said...

महतो जी को बहुत बहुत बधाई। ऐसे ही लोगों पर भारत का भविष्य निर्भर है।

रंजना said...

Sarahneey.....

hame aise bachchon par naaz hai.

राज भाटिय़ा said...

महतो जेसे नोजवान जरुर कामयाब होते है, ओर इन्हे कोई भी रुकावट नही रोक सकती, क्योकि यह कर्म योगी है, मेरा आशिर्वाद ओर सलाम है इन नोजवान को.
आप का भी धन्यवाद

अजय कुमार झा said...

ek pratibhaashaalee bachche se rubaru karwaane ke liye dhanyavaad...sanjeet evam uske parivaar ko badhai....

निर्मला कपिला said...

महतो जी को बह्युत बहुत बधाइ और भविश्य के लिये शुभकाम्नयें अपका प्रयास भी बहुत अच्छा है ऐसी प्रतिभयों को प्रोत्साहन मिलना चाहिये ताकि विप्रीत प्रिस्थितियों मे भी उनका सहस बना रहे आभर्

P.N. Subramanian said...

हमारी और से भी mahato जी को बधाई. हमारा assheerwaad भी.

Vineeta Yashsavi said...

Vakai mai Abhishake ji Aise bhi log hote hai...

Mahto ji ko bahut shubhkaamnaye...

admin said...

महतो एवं उसके जैसे अन्य होनहारों को तस्लीम परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }

दिगम्बर नासवा said...

महतो जी को हमारी भी बधाई .................... ये भारत का भविष्य हैं............

RAJ SINH said...

संजीत के लिए शुभकामनायें ,

उन्होंने विसमता में भी अपना स्थान बनाया .

गर्व हो !

सुरभि said...

सर्वप्रथम संजीत को हार्दिक बधाई जो इतनी कठिन परिस्तिथियों में भी अपनी लगन के चलते न केवल अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया बल्कि अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत्र बने की शिक्षा पाने के लिए मन की लगन और धेर्य ही सबसे बना धन है. अभिषेक आपका भी तहे दिल से शुक्रिया की आपने यह जानकारी हम सब तक पहुचाई.

Urmi said...

आपकी टिपण्णी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
बहुत सुंदर लिखा है आपने! बहुत बहुत बधाई! ऐसे महान बच्चों के लिए नाज़ है!

Batangad said...

संजीत को बधाई और आगे के लिए शुभकामना

vijay kumar sappatti said...

mahto ji ko badhai aur ye bhi kahunga ki haaamre desh me aise anchue heere bahut se hai ...

dhanyawad.

vijay
pls read my new suif poem
http://poemsofvijay.blogspot.com/2009/06/blog-post.html

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