Tuesday, February 1, 2011

25 जनवरी - 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस'

परिस्थितिवश कुछ दिनों नियमित ब्लौगिंग से दूर रहा, और एक महत्त्वपूर्ण तिथी अचर्चित रह गई. विगत 25 जनवरी को 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' के रूप में मनाया गया. 'भारतीय निर्वाचन आयोग' के हीरक जयंती वर्ष पर इसके स्थापना दिवस को सरकार द्वारा 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है. इस अवसर पर देशवासियों को मतदान के प्रति जागरूक करने और चुनाव आयोग के हमारी संसदीय प्रणाली में योगदान को लेकर विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. साथ ही 18 वर्ष की मतदान योग्य आयु प्राप्त कर चुके युवाओं की पहचान कर हर वर्ष इस तिथी तक उन्हें 'मतदाता पहचान पत्र' उपलब्ध कराना भी इस दिवस का लक्ष्य है.

संविधान द्वारा लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में आम भागीदारी को सुनिश्चित करने की दिशा में मतदान एक महत्त्वपूर्ण माध्यम है. कई बार सरकार या जनप्रतिनिधि से निराशा अथवा मतदान में धांधली मतदाताओं में इस प्रक्रिया को लेकर उपेक्षा की भावना भर देती है. मगर मैं अपने अनुभव से कहता हूँ कि मतदान न करना मतदान करने से ज्यादा नुकसानदेह है. मतदान कर भी आप अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं और कहीं ज्यादा सशक्त ढंग से. आपका एक मत किसी जितने के प्रबल मगर अवांछित उम्मीदवार के खिलाफ महत्त्वपूर्ण हो सकता है. हो सकता है आपका वोट प्राप्त उम्मीदवार जीत न पाए (जो स्वाभाविक भी है) मगर प्रबल संभावना है कि ज्यादा बुरे की अपेक्षा कम बुरे को मौका मिले और यह क्रम किसी योग्य उम्मीदवार के लिए राह भी सुगम करे. यह पंक्तियाँ काफी बौद्धिक और विचारोत्तेजक चाहे न लग रही हों मगर इसका सफल कार्यान्वयन अपने हाथों होने का गर्वीला अहसास मेरे पास है.

निर्वाचन की प्रक्रिया को परिमार्जित करने में निर्वाचन आयोग सतत्त संलग्न है, मगर उसकी सार्थकता हमारे मतदान प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक भाग लेने में ही है. तो आइये लें एक जागरूक और सजग मतदाता बनने की शपथ.....

(प्रेम माह 'वसंत' - (आयातित नहीं - पूर्णतः स्वदेशी) आने को है, इस माह में कुछ ऐसी प्रेम स्मृतियों की चर्चा भी की जाएगी जो वाकई एक धरोहर हैं - भौतिक ही नहीं वैचारिक भी. इस प्रेममय सफ़र में आपके साथ की भी प्रत्याशा रहेगी.)

2 comments:

अजित गुप्ता का कोना said...

बिल्‍कुल जी हम सजग मतदाता है इसलिए कभी-कभी हमारा नाम वोटर लिस्‍ट से गायब भी कर दिया जाता है। हम सोचते ही रह जाते हैं कि अरे अभी तीन महिने पहले हुए चुनाव में तो वोट डाला था और अब? लेकिन अब हर चुनाव के पहले अपना नाम जरूर चेक करेंगे।

Arvind Mishra said...

हाँ मतदाता दिवस था तो .....हाँ बसंत की पदचाप नजदीक आती जा रही है !

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...